उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र ने पहली बार एक ऐसे संगीत महोत्सव का स्वागत किया, जिसने पूरे क्षेत्र को झूमने पर मजबूर कर दिया। 22 जून 2025 को कांता बैंक्वेट हॉल एंड लॉन में आयोजित इस भव्य म्यूज़िकल फेस्टिवल ने हल्द्वानी की सांस्कृतिक चेतना को एक नया आयाम दिया। इस भव्य आयोजन के पीछे की सोच और नेतृत्व रहे श्री संजीव अग्रवाल जी और श्री शोभित अग्रवाल जी, जिनकी दूरदृष्टि और अथक प्रयासों ने इस आयोजन को शहर की अब तक की सबसे बड़ी संगीत उत्सव बना दिया।
K
यह फेस्टिवल न केवल कलाकारों की मौजूदगी के लिए याद रखा जाएगा, बल्कि उस समर्पण और उमंग के लिए भी, जो पूरे आयोजन में साफ झलक रही थी। मंच पर एक के बाद एक प्रस्तुति ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया।
शाम की शुरुआत हुई दमदार एंकरिंग से, जिसे पूरी ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ संभाला सोनिया कौर जी ने। उन्होंने अपनी ज़िंदादिल प्रस्तुति से मंच को जीवंत बना दिया और दर्शकों को पहले ही पल से उत्साह से भर दिया। इसके बाद मंच पर आए विकल्प मेहता जी, जो ‘कपिल शर्मा शो’ से अपनी हास्य प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं। उनकी मिमिक्री, चुटकुले संवाद और सटीक हाजिरजवाबी ने ठहाकों की बरसात कर दी।
फिर मंच संभाला उत्तराखंड की शान, पहाड़ी लोक संगीत के अग्रदूत पांडवाज बैंड ने। उनके गीतों में जहां पहाड़ों की खुशबू थी, वहीं म्यूज़िक में मॉडर्न फ्यूज़न का ज़ायका। “घुघूती”, “नंदा देवी” जैसे गीतों ने लोगों को भावुक भी किया और नाचने पर भी मजबूर कर दिया। स्थानीय लोगों के लिए यह पल गर्व से भर देने वाला था, जब पांडवाज ने अपने होमग्राउंड पर परफॉर्म किया।
शाम की सबसे बहुप्रतीक्षित प्रस्तुति रहीं बॉलीवुड की मधुर गायिका शर्ली सेतिया की, जैसे ही उन्होंने मंच संभाला, पूरा माहौल उनकी सॉफ्ट और भावपूर्ण आवाज़ से मंत्रमुग्ध हो गया। उनके रोमांटिक और पॉप सॉन्ग्स पर युवाओं ने मोबाइल फ्लैशलाइट्स के साथ झूमते हुए एक अविस्मरणीय दृश्य रच डाला।
करीब 1500 से 2000 दर्शकों की मौजूदगी ने इस आयोजन को एक मेगा इवेंट बना दिया। सभी उम्र के लोगों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और संगीत की इस शाम को अपनी यादों में संजो लिया। संगीत के साथ-साथ खाने-पीने के शौकीनों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई थी, फेस्टिवल परिसर में विभिन्न प्रकार के फूड स्टॉल्स लगाए गए थे, जहाँ पहाड़ी व्यंजनों से लेकर चाइनीज़, स्ट्रीट फूड और फ्यूज़न स्नैक्स तक सब कुछ उपलब्ध था। हर स्वाद और पसंद का ख्याल रखते हुए इन स्टॉल्स ने लोगों के अनुभव को और भी समृद्ध किया।
फेस्ट में तकनीकी स्तर पर भी कोई कमी नहीं छोड़ी गई। आधुनिक लाइट्स, SFX इफेक्ट्स, स्मोक मशीन और लेज़र बीम्स ने हर प्रस्तुति को एक विज़ुअल स्पेक्टेकल बना दिया। संगीत के साथ दृश्य प्रभावों ने दर्शकों को सिर्फ सुनने का नहीं, बल्कि महसूस करने का अनुभव दिया।
इस आयोजन के बाद हल्द्वानी के लोगों के बीच यह चर्चा आम हो गई है कि अब शहर में भी महानगरों जैसा माहौल बनने लगा है। आयोजकों का कहना है कि यह महज शुरुआत है शो के आयोजक संजीव अग्रवाल व शोभित अग्रवाल ने बताया की — कांता बैंक्वेट हॉल एंड लॉन आने वाले समय में और भी ऐसे इवेंट्स लेकर आएगा, जहाँ स्थानीय संस्कृति को देश-दुनिया से जोड़ने का काम किया जाएगा।
यह महोत्सव केवल संगीत का उत्सव नहीं था, यह हल्द्वानी की सांस्कृतिक चेतना का उत्सव था। एक ऐसा आयोजन, जिसने यह साबित कर दिया कि छोटे शहरों में भी बड़े सपने जिए जा सकते हैं और उन्हें पूरा भी किया जा सकता है।
मुख्य रूप से सांसद अजय भट्ट , विधायक भगत , मोहन बिष्ट, मेयर गजराज बिष्ट, समस्त दर्जा राज्य मंत्री एवं शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे






